Sunday, July 3, 2011

अन्ना का 30 तक का अल्टीमेटम


 भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशनरत गांधीवादी अन्ना हजारे ने शुक्रवार को रामलीला मैदान में हुंकार भरी कि अब बीच का कोई रास्ता नहीं हो सकता। केंद्र को चेताया कि 30 अगस्त तक जन लोकपाल बिल पारित करे वरना जेल भरो आंदोलन शुरू हो जाएगा। उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों को वापस बुलाने के अधिकार, चुनाव सुधार व शिक्षा के बाजारीकरण जैसे मुद्दे भ्रष्टाचार विरोधी राष्ट्रव्यापी अभियान में शामिल करने का ऎलान किया।
 यह पूछे जाने पर कि 15 दिन के बाद भी अनशन पर रहेंगे, अन्ना बोले, जन लोकपाल बिल मौजूदा सत्र में पेश नहीं हुआ तो 15 व 21 दिन भूल जाइए, जान रहने तक अनशन नहीं तोडूंगा। इधर, अन्ना को मिल रहे जन समर्थन  से चिंतित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने निवास पर कांग्रेस कोर कमेटी के साथ डेढ़ घंटे बैठक की। वामदलों समेत 9 गैर राजग दल सशक्त लोकपाल की मांग को लेकर 23 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे।
मैं रहूं या ना रहूं...
तिहाड़ जेल में ही चार दिन से अनशन कर रहे अन्ना शुक्रवार सुबह 11.40 बजे जेल से बाहर आए। उपस्थित जनसमूह का अभिवादन कर संबोधित किया। रिहाई के 68 घंटे बाद तिहाड़ से बाहर आए अन्ना के लिए जेल के बाहर ट्रक पर विशेष मंच बनाया गया था।  अन्ना वहां उनसे उम्मीदें बांधें लोगों का हुजूम देख ऊर्जा से भर गए।
बोले-अन्ना रहे ना रहे, मशाल जलती रहेगी। देश में क्रांति की शुरूआत हो गई है, इस मशाल को बुझने ना दें। देश 1947 में आजाद हुआ पर आजादी का संघर्ष वर्षो पूर्व शुरू हो गया था। देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने की लड़ाई शुरू हो चुकी है। यह आजादी की दूसरी लड़ाई है। लड़ाई लंबी है। सरकारों ने देश को लूटा है। देश के लुटेरे बर्दाश्त नहीं।
राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान ना पहुंचे, लोगों को तकलीफ ना हो। देश में बदलाव लाना है। युवाओं से उम्मीद है। युवाओं की इस क्रांति की मिसाल पूरी दुनिया देगी। देश के लोग ही मेरी ताकत। जेल से 22 किलोमीटर का सफर तय कर अन्ना दोपहर सवा दो बजे रामलीला मैदान पहुंचे। वे जुलूस के रूप में एक बजे मायापुरी चौक गए।
यहां से निजी वाहन से राजघाट पहुंचे। सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में खड़े लोगों ने उनका अभिवादन किया और देशभक्ति के जयकारे लगाए। तेज बारिश के बावजूद उनके साथ चल रहे लोग नारेबाजी और पुष्पवर्षा कर रहे थे। उनके उत्साह में कोई कमी नहीं थी। सवा दो बजे अन्ना रामलीला मैदान पहुंचे और जहां भारी संख्या में मौजूद उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
कर्मचारियों ने आधे दिन काम किया
जयपुर। अन्ना को राज्यभर में समर्थन मिल रहा है। शुक्रवार को एकीकृत महासंघ के आह्वान पर कर्मचारी दोपहर बाद सामूहिक अवकाश पर चले गए। दौसा, करौली व सवाई माधोपुर में महासंघ से जुड़े कुछ कर्मचारी आधे दिन की छुट्टी पर रहे। करौली, टोंक, देवली, स.माधोपुर व हिण्डौन में अनशन, रैलियां, धरने-प्रदर्शन, यज्ञ किए गए। जयपुर अंचल में बस्सी, कोटपूतली, फागी, चौमूं, शाहपुरा व रेनवाल में बाजार बंद रहे। राज्य में कई जगह स्कूल आधे दिन बंद रहे।
 हाड़ौती क्षेत्र, उदयपुर, श्रीगंगानगर,  चित्तौड़गढ़, डीडवाना सहित कई जगह बंद रहा। प्रदेश में प्रदर्शन, हस्ताक्षर अभियान, अनशन आदि जारी रहे। भरतपुर में एक युवक ने खुद को चाकू मार लहूलुहान कर लिया, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। भरतपुर में ही अनशन पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
By Rajasthan patrika