Friday, April 12, 2013

भारत के भष्टाचारी नेता

भारत के नोजवानो को एक और क्रांति के लिए तैयार हो जाना चाहिए ! वैसे तो यह क्रांति भष्टाचार के खिलाफ है ! मगर हमारे देश के नेता जनता को वोट देने की मशीन के आलावा कुछ नहीं समझते वे लोकपाल बिल मै जनता को भागीदार बना कर आपने गले मै फासी का फंदा नहीं डाल सकते है ! इस लिए इस आन्दोलन मै जनता का सामना नेताओ से होगा जनता को आपने वजूद के लिए नेताओ का सामना करना पड़ेगा देश की सभी राजनेतिक पाटियो के लिए खतरे की घंटी बज चुकी जनता को नेताओ के नाम से एलर्जी हो गयी है ! आज हर अपराधी नेता बनना चाहता है ! भष्टाचार का यह आलम है ! की आगर पकडे भी जाओ तो सजा नाम मात्र की है ! इसका सिर्फ एक ही करण है की देश की बागडोर भष्ट नेताओ के हाथ मै है ! ये कभी सुधर नहीं सकते कोई भी पार्टी कभी भी कोई ऐसा कानून नहीं बनती है !जिससे भष्ट नेताओ को सजा का भय हो भारत मै सबसे बड़ी राजनेतिक पार्टी काग्रेश ने ही भष्टाचार का प्रथम बीज बोया था और फसल काट कर विदेशी बैंको मै काला धन जमा कर भारत की जनता का हक़ छीन कर विदेशी देशो की अर्थव्यस्था मै बड़ा योगदान किया है ! वहा की सरकारे इन भष्ट नेताओ को आपने यहाँ बुलाकर सम्मानित भी नहीं कर सकती अगर वे ऐसा करती है तो भारतीय जनता जाग जाएगी और नेताओ जी को देश छोड़ना पड़ेगा ! अगर ऐसा हुआ तो नेताओ से मिलने वाला काला धन बंद हो जाएगा !आज हमारे देश मै भष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल लाने के लिए भूख हड़ताल पर है ! तो केंद्र सरकार और केन्द्रीय मंत्री अन्ना हजारे से आमरण अनशन छोड़कर बातचीत करनी चाहिए हमारे नेता जानते है !की बातचीत के बहाने के वे जनता को वेवकूफ बनाने मै ! काफी महारथ हासिल कर चुके हमारे नेताओ ने हर मुदे को बातचीत के जरिये सुलझाने की बात कह कर कई मुदो को लटकाकर रखा है ! जिसमे राम जन्म भूमि आतंगवाद अलगावाद आदि आनेक मुदे है ! जिनसे समय समय पर तनाव होता है ! और नेता दंगो को भड़काकर आपनी चुनावी रोटिया सेकते रहते है !आज नेता फिर बातचीत की बात को कहकर जनता और अन्ना हजारे को बहलाना चाहते है !आज काग्रेश पार्टी देश की सबसे बड़ी भष्ट पार्टी है ! जिसमे सामिल सभी नेता भष्ट है ! ऊपर से लेकर निचे तक जो कहता है ! की मै भष्ट नहीं हो वह सबसे बड़ा भष्ट है ! अगर नहीं है! तो उसे मोका नहीं मिला होगा और वह मोके की तलाश मै है ! जेसे ही मोका मिलेगा वेसे ही वह भष्टाचार की नैया मै चोका लगा देगे ! भष्टाचार को ख़त्म करने के लिए हमें इन नेताओ को ये एहसास करना होगा की अब भारत की जनता जाग गयी अब एक नयी क्रांति की तैयारी है जिसे आगे आगे नेता है ! पीछे से जनता है ! जिसके हाथ मै चपल है ! और नेता जी पीछे देखकर भागते हुए गिर जाते है ! और जनता उनको पिटती है ! यही सब होने वाला है ! अगर बचना है ! तो या तो भाग जाओ या नेता गिरी छोड़ दो !

Saturday, August 20, 2011

'अन्ना की गिरफ्तारी सरकार की गलती'

अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के मुद्दे पर सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। कांग्रेसी नेताओं के बाद अब यूपीए सरकार में शामिल एनसीपी के नेताओं ने भी हजारे की गिरफ्तारी को गलत बताया है। एनसीपी के नेता डीपी त्रिपाठी ने अन्ना की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए कहा कि
इसके लिए सरकार जिम्मेदार है।

त्रिपाठी ने कहा कि स्थिति से सही तरीके से नहीं निपटने के लिए कांग्रेस भी जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अन्ना की गिरफ्तारी के वक्त कांग्रेस को अपने सहयोगी दलों से चर्चा करनी चाहिए थी। अगर सहयोगी दलों से बातचीत की जाती तो शायद यह गलती नहीं होती। त्रिपाठी ने कहा कि अन्ना की ओर
से उठाए जाने वाले मुद्दे सही है लेकिन उनके विरोध प्रदर्शन का तरीका है। जब संसद में लोकपाल बिल पर चर्चा हो रही हो तब अन्ना का अनशन पर बैठना सही नहीं है।